केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी केवल सुर्खियां बटोरने के लिए 'भारत विरोधी' ताकतों से हाथ मिला रहे हैं, जिनमें जॉर्ज सोरोस जैसे लोग शामिल हैं.
रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं जिनका कोई मतलब नहीं है और कांग्रेस के नेता भी उनकी बातों को समझ नहीं पाते हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं और संवैधानिक संस्थाओं की आलोचना करते हैं.
"राहुल गांधी केवल सुर्खियां बटोरना चाहते हैं, लेकिन वे देश के लोगों का समर्थन कभी नहीं जीत पाएंगे," रिजिजू ने कहा. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने 60 साल तक देश पर शासन किया, लेकिन उनका काम लोगों को नहीं दिखा, इसलिए लोग उन्हें सत्ता में वापस नहीं लाएंगे.
रिजिजू ने कांग्रेस पर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें संवैधानिक संस्थाओं की आलोचना करने से बचना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस महाराष्ट्र चुनाव में बुरी तरह हार गई थी और उन्होंने चुनाव आयोग से मतदाता सूची की समीक्षा करने और फर्जी नाम हटाने की मांग की थी, लेकिन उनके दावे गलत साबित हुए.
रिजिजू का यह बयान ऐसे समय में आया है जब संसद का सत्र चल रहा है, जिसमें कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा हो रही है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सत्र के दौरान हुए कामकाज की जानकारी देते हुए बताया कि इस सत्र में कुल 14 सरकारी विधेयक पेश किए गए, जिनमें से 12 पारित भी किए गए.
विपक्ष का पलटवार
कांग्रेस ने रिजिजू के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी सच बोल रहे हैं और सरकार को उनकी बातों का जवाब देना चाहिए.
आगे क्या?
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह राजनीतिक विवाद किस दिशा में जाता है. क्या राहुल गांधी रिजिजू के आरोपों का जवाब देंगे? क्या कांग्रेस इस मुद्दे को और आगे बढ़ाएगी? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिलेंगे.