सिक्किम विश्वविद्यालय ने एक एम.कॉम छात्र को नेपाली भाषा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में निष्कासित कर दिया है। छात्र, जिसकी पहचान राज शेखर यादव के रूप में हुई है, ने कथित तौर पर वाणिज्य विभाग के एक व्हाट्सएप ग्रुप में 14 से 16 अगस्त के बीच आपत्तिजनक टिप्पणियां पोस्ट की थीं।
इन टिप्पणियों ने न केवल नेपाली भाषा का अपमान किया, बल्कि स्वतंत्रता दिवस के पालन पर भी सवाल उठाया, जिससे पूरे परिसर में आक्रोश फैल गया। एक औपचारिक शिकायत के बाद, विश्वविद्यालय की अनुशासनात्मक समिति ने मामले की जांच की और निष्कर्ष निकाला कि यादव का आचरण संस्थान के आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन था।
मामले की गंभीरता
विश्वविद्यालय ने अपने आदेश में कहा कि समिति ने उनके व्यवहार को विभाजनकारी और सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने वाला पाया। यह घटना सिक्किम में भाषा और संस्कृति के प्रति संवेदनशीलता को उजागर करती है, जहां नेपाली एक आधिकारिक भाषा है और बड़ी संख्या में लोग इसे बोलते हैं।
विश्वविद्यालय का निर्णय
विश्वविद्यालय के इस फैसले को व्यापक रूप से सराहा गया है, क्योंकि यह संदेश देता है कि नस्लवादी और भेदभावपूर्ण व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह घटना अन्य छात्रों के लिए भी एक सबक है कि वे अपनी टिप्पणियों में सावधान रहें और दूसरों की भावनाओं का सम्मान करें।
- छात्र ने नेपाली भाषा के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की।
- विश्वविद्यालय ने छात्र को निष्कासित कर दिया।
- यह घटना सिक्किम में भाषा और संस्कृति के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाती है।
यह मामला भाषा की संवेदनशीलता और सामाजिक सद्भाव के महत्व को दर्शाता है। सिक्किम विश्वविद्यालय का यह कदम सराहनीय है और यह सुनिश्चित करता है कि परिसर में सभी छात्रों के लिए सम्मानजनक वातावरण बना रहे।